रिश्वतखोर लेखपाल रंगे हाथ दबोचा गया

गाजीपुर। आराजी के आदेश के बावजूद अमल-दरामद करने के एवज में दस हजार रुपये की रिश्वत लेने वाले चकबंदी लेखपाल सूरज सिंह को रंगे हाथ धर दबोचा गया। यह कार्रवाई एंटी करप्शन की वाराणसी टीम गुरुवार की दोपहर की।
सूरज सिंह को एंटी करप्शन टीम कलेक्ट्रेट पर एक चाय की दुकान पर दबोची और उसे शहर कोतवाली लाकर जरूरी कागजी कार्यवाही पूरी करने के बाद साथ लेकर वाराणसी लौट गई। एंटी करप्शन टीम की अगुवाई इंस्पेक्टर संध्या सिंह कर रही थीं। टीम में सब इंस्पेक्टर उपेंद्र सिंह यादव तथा विनोद कुमार यादव के अलावा हेड कांस्टेबल शैलेंद्र कुमार राय, सुनील कुमार यादव, पुनीत कुमार सिंह और चालक अश्वनी कुमार पांडेय शामिल थे।
एंटी करप्शन टीम से रिश्वत की शिकायत बहरियाबाद क्षेत्र के बबुरा के विनय कुमार गोंड ने की थी। उन्होंने बताया कि आराजी नंबर 645 का संशोधन आदेश हुआ था। इसके बाद अमल दरामद के काम को काफी दिनों से सैदपुर का चकबंदी लेखपाल सूरज सिंह टाल रहा था और आखिर में उसने विनय कुमार गोंड से दस हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी।
यह शिकायत मिलने के बाद एंटी करप्शन की वाराणसी टीम आ गई। शिकायतकर्ता रिश्वतखोर लेखपाल को जैसे ही दस हजार रुपये थमाये कि अगल-बगल मौजूद एंटी करप्शन टीम उसे दबोच ली।