आजमगढ़ से16 को मोदी-योगी को जवाब देंगे अखिलेश!

गाजीपुर। सपा मुखिया अखिलेश यादव का 16 नवंबर को वाया गाजीपुर आजमगढ़ पहुंचना राजनीतिक हलके में इत्तेफाक नहीं बल्कि मोदी-योगी को जवाब देने की उनकी रणनीति से जोड़ कर देखा जा रहा है।
अखिलेश यादव के गाजीपुर के रास्ते आजमगढ़ जाने की जानकारी गुरुवार को उनके निजी सचिव के हवाले से गाजीपुर के सपाजनों को मिली। हालांकि इस आशय की सूचना में इस बात का जिक्र नहीं है कि वह नियत तिथि को गाजीपुर हवाई या सड़क मार्ग से किस समय आएंगे लेकिन यह जरूर तय माना जा रहा है कि वह गाजीपुर से आजमगढ़ सड़क मार्ग से ही जाएंगे। संभव हो तो उनकी यह यात्रा चल रहे ‘विजय रथ’ से हो। पार्टी मुखिया के गाजीपुर आगमन की तैयारियों को लेकर सपा की 12 नवंबर की सुबह 11 बजे लोहिया भवन में बैठक आहूत है।
मालूम हो कि अखिलेश यादव के आगमन की तिथि पर नवनिर्मित पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन सुल्तानपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों होना पहले से ही तय है। जाहिर है कि उद्घाटन समारोह में भी भाजपा सरकार इस एक्सप्रेस-वे को विकास के मामले में अपनी बड़ी उपलब्धि के रूप में पेश करेगी जबकि इस एक्सप्रेस-वे का श्रेय सपा मुखिया अपनी पूर्ववर्ती सरकार को शुरू से दे रहे हैं। नि:संदेह इस एक्सप्रेस-वे की उन्होंने ही मुख्यमंत्री रहते न सिर्फ परिकल्पना की थी बल्कि उसकी आधारशिला भी रखी थी। बाद में उनकी सरकार चली गई और भाजपा की आई सरकार भी इस परियोजना को प्राथमिकता में रखी और अपनी उपलब्धियों में इसे भी जोड़ने का वह कोई मौका नहीं छोड़ती है। तब सपा मुखिया भी इसे अपनी सरकार की उपलब्धि बताने में पीछे नहीं रहते हैं। यहां तक कि अपने साझीदार बने सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर संग पिछले माह मऊ में रैली के सिलसिले में आए अखिलेश यादव ने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर यात्रा के बहाने यह संदेश देने की भी पूरी कोशिश की थी कि अपने मुख्यमंत्रित्व काल में उन्होंने ही पूर्वांचल के लोगों को यह तोहफा दिया था।
लखनऊ से शुरू होकर 340.8 किलोमीटर लंबा यह पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे गाजीपुर में खत्म हो रहा है। हेड से टेल तक यह एक्सप्रेस-वे कुल नौ जिलों से गुजर रहा है। उनमें आजमगढ़ भी शामिल है और आजमगढ़ सपा मुखिया अखिलेश यादव का संसदीय क्षेत्र है।