एसटीएफ को बड़ी कामयाबी, करंडा इलाके में दो हैंड ग्रेनेड बरामद

गाजीपुर। यूपी एसटीएफ को शनिवार को करंडा इलाके के डिहवा दामोदपुर गांव में बड़ी कामयाबी मिली। गांव से सटे गंगा किनारे गाड़े गए दो हैंड ग्रेनेड बरामद हुए। इस सिलसिले में कुल छह लोगों को मौके पर पकड़ा गया।
हालांकि अभी यह साफ नहीं है कि दोनों हैंड ग्रेनेड भारतीय सेना के हैं या किसी और सुरक्षा बल के। इसकी पुष्टि के लिए उनकी जांच कराई जाएगी। पकड़े गए लोगों में विनय सिंह उर्फ विक्की डिहवा दामोदरपुर का ही रहने वाला है। वह करंडा थाने का हिस्ट्रीशीटर है। उनके अलावा करंडा थाने के ही बंदीपट्टी गांव का महेश राजभर, नवीन पासवान तथा अभिषेक सिंह सिंकदरपुर और मोहन राजभर दामोदरपुर के अलावा मनीष सिंह नंदगंज थाने के बरहपुर का रहने वाला बताया गया है।
पूछताछ में महेश राजभर ने बताया कि उसके गांव बंदीपट्टी के रहने वाले अरविंद, रोहित तथा बृजभान चेन्नई में काम करते हैं। वही हैंड ग्रेनेड लेकर आए थे और किन्हीं आपराधिक गैंग को बेचने के लिए कहे थे। वह और उसके साथी उसके लिए गाजीपुर सहित वाराणसी के आपराधिक गैंग से संपर्क किए। उसीक्रम में साथी नवीन पासवान के जरिये वह लोग विनय सिंह उर्फ बिक्की के संपर्क में आए। विक्की इलाके के कुख्यात गैंगस्टर सुंदरम सिंह उर्फ धनजी के गैंग का शूटर है और धनजी के साथ उसके गांव गोशंदेपुर में मई 2019 में हुई जिला पंचायत सदस्य पप्पू यादव की हत्या में भी शामिल था। बाद में अक्टूबर 2020 में धनजी सिंह सैदपुर कोतवाली के देवचंदपुर में पेट्रोल पंप पर त्रिभुवन सिंह की हत्याकांड को अंजाम देने में जेल चला गया था और इन दिनों जमानत पर बाहर है।
…तब करंडा पुलिस का सूचना तंत्र फेल!
दो हैंड ग्रेनेड की एसटीएफ के हाथों बरामदगी से यह साफ हो गया है कि करंडा पुलिस का सूचना तंत्र फेल है। डिहवा दोमोदरपुर में हैंड ग्रेनेड का इनपुट एसटीएफ के लखनऊ मुख्यालय को मिली। उसके बाद एसटीएफ मुख्यालय की टीम शुक्रवार को ही गाजीपुर में धमक गई थी। करंडा थाने के प्रभारी सत्यप्रकाश सिंह ने ‘आजकल समाचार’ से बातचीत में कबूला कि यह सारी कार्रवाई एसटीएफ की है। पकड़े गए अभियुक्तों के विरुद्ध मामला करंडा थाने में दर्ज हुआ है और उन्हें 24 जुलाई को जेल भेजने की कार्यवाही पूरी की जाएगी।
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