महानंदा एक्सप्रेस को पलटने की साजिश नाकाम

गाजीपुर। एक बार फिर प्रमुख एक्सप्रेस ट्रेन को पलटने की साजिश रची गई। यह साजिश महानंदा एक्सप्रेस को शिकार बनाने की थी। इत्तेफाक ही है कि यह वाकया भी दानापुर रेल मंडल के गहमर क्षेत्र का ही है और इस बार भी सौभाग्य रहा कि ट्रेन हादसे की शिकार होती, उसके पहले ही रेल पटरी पर साजिशन रखे सीमेंटेड स्लीपर पर ट्रेन चालक की नजर पड़ गई और उसने आपात ब्रेक का इस्तेमाल कर किसी तरह ट्रेन को रोक दिया। यह मामला शनिवार की रात लगभग साढ़े दस बजे का है।
महानंदा एक्सप्रेस करहिया-भदौरा स्टेशन के बीच बकैनिया गांव के पास से गुजर रही थी कि चालक की नजर रेल पटरी पर रखे सीमेंटेड स्लीपर पर पड़ गई। आपात ब्रेक के इस्तेमाल के बावजूद ट्रेन के इंजन का आगे का बंफर से टकरा कर सीमेंटेड स्लीपर रेल पटरी से छिटक कर अगल-बगल फेंका गया। इंजन का बम्फर छतिग्रस्त हो गया। ट्रेन चालक ने इसकी सूचना दानापुर रेल कंट्रोल रूम के साथ ही निकटवर्ती
भदौरा स्टेशन को दी। उसके बाद तो रेल प्रशासन में हड़कंप मच गया। रेल अधिकारियों समेत आरपीएफ़, जीआरपी के जवान भी मौके पर पहुंच गए। ट्रेन मौके पर करीब 18 मिनट रुकने के बाद गंतव्य के लिए रवाना हुई। इस सिलसिले में रेल पथ निरीक्षक उपेंद्र कुमार ने गहमर थाने के साथ ही दिलदारनगर आरपीएफ़ थाने में अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई।
अपने उच्चाधिकारियों के आदेश पर रविवार को दिन निरीक्षण सहायक सुरक्षा आयुक्त सुमंत चौधरी, आरपीएफ के वरीय सुरक्षा आयुक्त प्रकाश कुमार पंडा वगैरह ने मौके का निरीक्षण किया। अब तक की जांच में यही निष्कर्ष सामने आया है कि यह घटना इलाकाई अराजक तत्वों की कारस्तानी है। उन तत्वों ने रेल पटरी किनारे पड़े सीमेंटेड स्लीपर का इस्तेमाल किया। महानंदा एक्सप्रेस पुरानी दिल्ली से अलीपुर द्वार के लिए जा रही थी।
मालूम हो कि बीते 11 मई की रात में गहमर स्टेशन के पास अप लाइन में रेल पटरी पर रेल पटरी के दो टुकड़े रख कर अप संघमित्रा एक्सप्रेस को पलटने की साजिश हुई थी। वह साजिश भी नाकाम हुई थी।