शासन ने की डीपीआरओ के पद पर स्थाई तैनाती, निदेशालय से आएंगे अंशुल मौर्य

गाजीपुर। प्रदेश शासन ने डीपीआरओ के पद पर गुरुवार को स्थाई तैनाती कर दी। यह तैनाती अंशुल मौर्य की हुई है। अब तक वह पंचायती राज निदेशालय लखनऊ में संबद्ध थे।
श्री मौर्य वाराणसी के रहने वाले हैं और बीएचयू से बीटेक की डिग्री लेने के बाद वह सरकारी सेवा में आए। उनकी मां कुसुम मौर्या वाराणसी के जीजीआईसी में शिक्षक हैं जबकि पिता आरसी मौर्य बैंकर्स हैं।
अंशुल मौर्य के रूप में गाजीपुर को करीब दो साल बाद स्थाई डीपीआरओ मिले हैं। अब तक यह पद एडीपीआरओ कुमार अमरेंद्र संभाल रहे थे। शासन ने उन्हें तत्काल प्रभाव से निदेशालय से संबद्ध कर दिया है। कुमार अमरेंद्र तत्कालीन डीपीआरओ अनिल सिंह की जगह पर गाजीपुर भेजे गए थे। अनिल सिंह कोरोना काल में ग्राम पंचायतों में मेडिकल किट घोटाले में निलंबित कर दिए गए थे। उस घोटाले को लेकर उनके विरुद्ध ग्राम प्रधानों ने आर-पार की लड़ाई छेड़ दी थी।
नए डीपीआरओ अंशुल मौर्य के गाजीपुर के लिए स्थानानंतरण आदेश में विभागीय अपर मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने कारण शासकीय कार्यहित बताया है। नए डीपीआरओ को लेकर ग्राम प्रधानों में काफी उत्सुकता है।