मदद की बुनियाद पर शम्मी ने फिर बनाई नेकी की दीवार

गाजीपुर। नगर के प्रमुख समाज सेवी विवेक सिंह शम्मी ने इस साल भी मदद की बुनियाद पर ‘नेकी की दीवार’ का कार्यक्रम शुरू किया है। शुक्रवार को पहला दिन था। पुलिस अधीक्षक कार्यालय के पास उनका स्टाल लगा था। जहां लगे बैनर पर लिखा था-जो आपके पास अधिक है यहां छोड़ जाएं-जो आपकी जरूरत का हैं यहां से ले जाएं। उसे संतृप्त और जरूरतमंद लोगों ने फॉलो किया। संतृप्त लोग अपने घर में पड़े जरूरत से अधिक कपड़े लाकर रखते गए और जरूरतमंद गरीब अपने नाप के कपड़े ले गए। कपड़े ले जाने वालों की संख्या करीब 450 रही। कपड़ों में गर्म कपड़े स्वेटर, जैकेट सहित पैंट, शर्ट, टी-शर्ट, शाल वगैरह शामिल थे।
इस मौके पर दान में मिले 100 कंबल भी गरीबों को वितरित किए गए। शम्मी ने पांच साल पहले इस कार्यक्रम की शुरूआत की थी। तब से हर साल जाड़े के मौसम में वह नेकी की दीवार बनाते हैं। इस साल यह कार्यक्रम नौ जनवरी तक चलना था लेकिन कोरोना महामारी के बढ़ते प्रभाव के कारण यह दो दिन तक चलेगा। शम्मी ने बताया कि अंतिम दिन आठ जनवरी को सिटी स्टेशन पर स्टाल लगेगा।
एक सवाल पर शम्मी ने बताया कि इस नेक काम की प्रेरणा उन्हें लखनऊ में एक जगह बनी नेकी की दीवार से मिली थी। तब वह सोचे की इस नेकी की दीवार की जरूरत तो अपने अति पिछड़े गाजीपुर के लिए भी है। फिर क्या था वह पहले अपने घर से और साथियों के घरों से जरूरत से अधिक कपड़े एकत्र किए और नेकी की दीवार की शुरुआत कर दिए। अब आलम यह है कि उनके साथी, परिचित और अन्य लोग अपने घर में गैर जरूरी कपड़े स्वतः उन्हें दे जाते हैं और जरूरतमंद गरीब नेकी की दीवार का इंतजार करते हैं।