पीडब्ल्यूडी के `भ्रष्ट इंजीनियर्स` के विरुद्ध अपनी जंग में अकेली पड़ीं संगीता बलवंत!

गाजीपुर। भाजपा विधायक डॉ.संगीता बलवंत ने एक बार फिर पीडब्ल्यूडी के प्रांतीय खंड के एई राकेश कुमार की करतूतें उजागर करते हुए चिट्ठी भेजी है। इस बार पहली फरवरी की उनकी चिट्ठी मुख्यमंत्री को संबोधित है और उसमें विभागीय एक्सईएन जितेंद्र कुमार को भी लपेटा गया है।
मालूम हो कि पिछले माह भी उन्होंने एई राकेश कुमार के विरुद्ध चिट्ठी लिखी थी। वह चिट्ठी विभाग के प्रमुख सचिव के नाम थी। उस चिट्ठी में भी डॉ.संगीता बलवंत ने राकेश कुमार का काला चिट्ठा खोला था। बावजूद राकेश कुमार का कुछ नहीं बिगड़ा। बल्कि उनकी मनमानी और तेज हो गई। यहां तक कि कासिमाबाद क्षेत्र स्थित शेखनपुर बहराइच में बन रही राजकीय आईटीआई स्कूल की बिल्डिंग का फाउंडेशन का कार्य भी पूरा नहीं हुआ था कि कागज पर निर्माण कार्य फाउंडेशन से ऊपर का दिखाकर करीब ढाई करोड़ का भुगतान कर दिए। विधायक ने मुख्यमंत्री को भेजी अपनी चिट्ठी में इसका जिक्र भी किया है।
सत्ताधारी पार्टी की एक विधायक को इस तरह चिट्ठी लिखनी पड़े। वह भी तब जब सरकार अपने कामकाज में पूरी पारदर्शिता, ईमानदारी, गुणवत्ता का दावा करती है। बावजूद विधायक की चिट्ठी का कोई नतीजा नहीं निकल रहा। सियासी हलके में यह चर्चा का विषय बन गया है। इसको लेकर भाजपा की भी भद पीट रही है। दरअसल विधायक अपनी चिट्ठी में दोहरा रही हैं कि वह इंजीनियर विरोधी बसपा कॉडर को प्रमोट कर रहे हैं। मुख्यमंत्री को भेजी चिट्ठी में उन्होंने यहां तक कहा है कि पंचायत चुनाव में वह भाजपा के अभियान को भी प्रभावित करेंगे। विधायक की इस लेटरबाजी से आमजन में सवाल उठने लगा है कि जब सरकार अपनी ही विधायक की शिकायत पर कुछ नहीं कर रही है तो आमजन की शिकायतों पर वह क्या करेगी।
वैसे चर्चा यह भी है कि पीडब्ल्यूडी के उन इंजीनियरों ने विधायक के `लेटर बम` की काट खोज ली है। उन्होंने भाजपा में ही अपने लिए पैरोकारों की टीम खड़ी कर ली है। गाजीपुर में भाजपा की अन्य दो `देवियों` की इनर सर्किल को मैनेज कर लिया है। यही वजह है कि डॉ.संगीता बलवंत उन इंजीनियरों के खिलाफ अपनी मुहिम में बिल्कुल अलग-थलग पड़ गई हैं।