अपने रांग नबंर के चलते लव जेहादी के चंगुल में जाते-जाते बची किशोरी

गाजीपुर। उस किशोरी की बदनसीबी यह कि अपने एक रांग नबंर के चलते कश्मीरी लव जेहादी के चंगुल में फंस गई और खुशनसीबी यह कि उसकी जिंदगी गर्त में जाती कि उसके पहले वह लव जिहादी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। वाकया करीमुद्दीनपुर थाना क्षेत्र का है।
करीब साल भर पहले किशोरी अपने किसी को कॉल करने के लिए नंबर मिलाई लेकिन दुर्भाग्य से वह कॉल कहीं और चली गई। कॉल रिसीव करने वाले ने पहले किशोरी का परिचय जाना। खुद का नाम सागर बताया और घर मुंबई बताया। पहली बार में ही वह अपनी चिकनी-चुपड़ी बातों में उसे मोह लिया। फिर तो रोज का यह सिलसिला शुरू हो गया। धुर देहातन किशोरी को माया नगरी मुंबई के हसीन सपने दिखाने लगा। किशोरी उसकी मुहब्बत के रंग में डूबने लगी। शातिर आशिक ने मौका देख शादी का प्रस्ताव रख दिया। अपने सपनों के जमीन पर उतारने के लिए किशोरी हामी भर दी। नीयत तिथि पर वह किशोरी के गांव पहुंच गया। किशोरी उसके झांसे में आकर साथ निकल गई। उसी बीच उसने अपनी असल पहचान बताई। बताया कि उसका नाम सागर खां है और शादी के लिए उसे इस्लाम कबूल करना पड़ेगा। किशोरी इसके लिए साफ मना कर दी और अपने साथ इस धोखे को लेकर सागर खां से उलझ गई। यह बात बुधवार की रात की है। यह खबर पुलिस तक पहुंच गई। मामले की नाजुकता समझ पुलिस हरकत में आई और एसएचओ करीमुद्दीनपुर रामनेवास सदलबल करीमुद्दीनपुर रेलवे स्टेशन के पास पहुंच कर सागर खां को गिरफ्तार कर किशोरी को बरामद कर लिया।
पुलिस की पूछताछ में सागर खां ने बताया कि वह मूलतः जम्मू-कश्मीर के राजौरी शहर स्थित जामिया मस्जिद के पास के मुहल्ले का रहने वाला है और महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के पनवेल में किसी सेठ के यहां नौकरी करता है। एसएचओ करीमुद्दीनपुर ने बताया कि किशोरी के घरवालों की तहरीर पर सागर खां के विरुद्ध अपहरण, पॉक्सो एक्ट के अलावा यूपी विधि बिरूद्व धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अध्यादेश 2020 का अभियोग पंजीकृत किया गया है। सागर खां की अवस्था किशोरी की उम्र से दो गुना से अधिक है और खुद को वह अभी अविवाहित बताया।
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