गाजीपुर। गंगा तटीय इलाके लोगों के लिए चिंता में डालने वाली खबर है। उफननी शुरू हुई गंगा हाल-फिलहाल रहम करने के मूड में नहीं दिख रही हैं। बल्कि संकेत यही मिल रहे हैं कि बढ़ाव की रफ्तार और तेज होगी और यह क्रम कम से कम एक सप्ताह जारी रहने की उम्मीद है।

केंदीय जल आयोग की गाजीपुर यूनिट की मानी जाए तो शनिवार की सुबह गंगा के जलस्तर में बढ़ाव की रफ्तार प्रतिघंटा छह सेंटीमीटर दर्ज हुई। हालांकि दोपहर दो बजे बढ़ाव की रफ्तार घटकर प्रतिघंटा चार सेंटीमीटर पर आ गई। जलस्तर 56.530 मीटर पर पहुंच गया था। खतरे का निशान 63.105 मीटर है।

इसी बीच बाढ़-सिंचाई विभाग के एक्सईएन राजेंद्र चौधरी की मानी जाए तो 24 घंटे में गंगा का जलस्तर 40 सेंटीमीटर तक बढ़ा है। उन्होंने बताया कि ऊपर पहाड़ी इलाकों में हो रही मूसलधार बारिश और हरियाणा के हथनी कुंड बैराज से करीब दो लाख 30 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है और वह पानी यमुना के रास्ते गंगा में आएगा। इस दशा में गंगा का जलस्तर और तेजी से बढ़ेगा और यह सिलसिला सप्ताह भर तक बने रहने का अनुमान है। वाराणसी एवं प्रयागराज में भी जलस्तर बढ़ रहा है। उधर नीचे यमुना-घाघरा के भी बढ़ने की खबर है। उसके चलते गंगा का बढ़े पानी के सरकने की रफ्तार धीमी हो सकती है। तब गंगा का वह पानी तटीय इलाकों में ही पसरेगा। इं.चौधरी का कहना था कि उनका विभाग गंगा में बाढ़ के संभावित खतरे को लेकर एकदम अलर्ट मोड में है। गंगा तटीय लोगों के भी कान खड़े हो गए हैं। बाढ़ से सबसे बड़ी समस्या किसानों खासकर पशुओं के चारे की हो जाती है। फिर कटान भी शुरू हो जाता है।

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